विभागीय अधिकारियों का कहना है कि आगे की कार्रवाई में यह राशि और बढ़ने की संभावना है। इन फर्मों द्वारा मौके पर ही अधिकारियों के समक्ष 4.75 करोड़ रुपये जीएसटी जमा की गई। मिली जानकारी के अनुसार इन फर्मो द्वारा कच्चा स्क्रैप खरीद कर सरिया बनाया जा रहा था और जीएसटी की चोरी की जा रही थी। प्रवर्तन विंग द्वारा कर एडवांस आइटी टूल्स का प्रयोग किया जा रहा है, साथ ही नई तकनीकों का प्रयोग कर ईवे बिल की जांच कर भी कार्रवाई की जा रही है।