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बालोद: नाले के किनारे बसने वाले गांव की सिंचाई क्षमता में 4.90 हेक्टेयर की हुई वृद्धि, बारहमासी लहलहा रही है फसलें

  बालोद, 28 जुलाई 2023 नरवा विकास कार्यक्रम के तहत जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के परसवानी नाला में स्वीकृत विभिन्न 138 कार्य नाले के किनारे...

 

बालोद, 28 जुलाई 2023

नरवा विकास कार्यक्रम के तहत जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के परसवानी नाला में स्वीकृत विभिन्न 138 कार्य नाले के किनारे बसे गांवों के किसानों एवं ग्रामीणों के लिए आजीविका का बेहतर आधार बन गया है। इस नाले में स्वीकृत 138 कार्यों के अंतर्गत 127 कार्यांे के पूर्ण हो जाने से इस नाले के किनारे बसने वाले गांव की सिंचाई क्षमता में 4.90 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही पिछले तीन वर्षोें में जल स्तर में 01 फिट की भी वृद्धि हुई है। उल्लेखनीय है कि परसवानी नाला डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम घीना से प्रारंभ होकर गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम परसवानी में प्रवेश करते हुए ग्राम सिकोसा में तांदुला नदी में समाहित हो जाती है। विदित हो कि परसवानी नाला क्षेत्र में ग्राम परसवानी सहित परसतराई, बोरगहन, अर्जुनी, टिकरी, झीका, कांदुल, रौना, देवगहन एवं सिकोसा सहित कुल 10 ग्राम आते हैं। इन गांवों के अंतर्गत पंचायत क्षेत्र की कुल जनसंख्या 11 हजार 668 है तथा नाले की कुल लंबाई 25.80 किलोमीटर है। जिसका 21.80 किलोमीटर क्षेत्र गुण्डरदेही विकासखण्ड में तथा 04 किलोमीटर क्षेत्र डौण्डीलोहारा विकासखण्ड में आता है। इस नाले का जल ग्रहण क्षेत्र कुल 8014 हेक्टेयर है।
राज्य शासन की विशेष प्राथमिकता वा ले महत्वाकांक्षी नरवा, गरवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना के अंतर्गत नरवा योजना के तहत परसवानी नाले में जल संरक्षण हेतु स्वीकृत विभिन्न 138 कार्य किसानों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है। ज्ञातव्य हो कि नाले में स्वीकृत 138 कार्यों में से 127 कार्य वर्तमान में पूर्ण हो गए हैं। शेष कार्य प्रगतिरत है जो कि शीघ्र पूरा हो जाएगा। इस नाले में जल संरक्षण के अंतर्गत हुए विभिन्न कार्यों के फलस्वरूप इस नाले के किनारे 10 गांवों के किसानों को पूरे वर्ष भर उनके फसलों के लिए समुचित मात्रा में पानी उपलब्ध होने से उनके खेतों बारहमासी फसले लहलहाने लगी है। अब इन 10 गांवों में धान के पैदावार बड़ने के साथ-साथ शाक-सब्जियों के उत्पादन में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। जिसके कारण इन किसानों की आय में भी आशातीत बढ़ोतरी हुई है। परसवानी नाले में स्वीकृत विभिन्न 138 कार्यों के अंतर्गत मुख्य रूप से ब्रशवुड, अर्दन गलीप्लग, भूमि सुधार, वृक्षारोपण, रिचार्जपीट, निजीडबरी, सार्वजनिक डबरी, स्टॉपडेम आदि शामिल है। इसके अंतर्गत ग्राम देवगहन में सार्वजनिक कुआं एवं स्टॉप डेम निर्माण, ग्राम झीका में डब्ल्यू ए.टी. निर्माण आदि के कार्य प्रमुख रूप से शामिल हैै।
नरवा विकास योजना के अंतर्गत 10 गांवों में हुए विभिन्न विकास कार्यों के फलस्वरूप इन गांवों के खेती-किसानी के कार्यों में आधारभूत प्रगति एवं परिवर्तन देखने को मिल रहा है। इन गांवों के रबी फसल की सिंचित रकबा 149.50 हेक्टेयर थी, जो वर्तमान में बढ़कर 160 हेक्टेयर हो गई है। इसी तरह खरीफ फसल की सिंचित रकबा 411 हेक्टेयर थी, जो वर्तमान में बढ़कर 431.50 हेक्टेयर हो गई है। स्वीकृत 138 कार्यों के अंतर्गत मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए वृक्षारोपण के कार्य भी कराए गए हैं। इस तरह सेे परसवानी नाला में नरवा विकास योजना के अंतर्गत कराए गए विभिन्न कार्य इस क्षेत्र के निवासियों के लिए जीवन रेखा साबित होकर राज्य शासन की ग्रामीण विकास की परिकल्पना को साकार करने अत्यंत मददगार साबित हो रहा है।

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