रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ती ठंड और शीत लहर के प्रभाव को देखते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि अपने-अपने क्षेत्रो...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ती ठंड और शीत लहर के प्रभाव को देखते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि अपने-अपने क्षेत्रों में अलाव जलाने व जरूरतमंदों को कंबल इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करें। नागरिकों को ठंड के कारण किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
ज्ञातव्य है कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिसके चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है। राजधानी रायपुर के आउटर में भी हाड़ कपा देने वाली ठंड पड़ रही है। सोमवार रात को शहर के आउटर में तापमान 5 डिग्री तक पहुंच गया। इधर अंबिकापुर और पेंड्रा रोड में तापमान 5 डिग्री के आसपास रहा।
जशपुर जिले में आज सुबह तापमान 3 डिग्री तक दर्ज किया गया। ठंड से पठारी क्षेत्रों में ओस की बर्फ की चादर नजर आई। जानकारी के अनुसार पंडरापाठ, महनई, नन्हेंसर, सन्ना समेत कई इलाकों में ओस की बूंदें जम गई। प्रदेशभर में पड़ी कड़ाके की ठंड पिछले साल दिसंबर की तुलना में ज्यादा है। जैसे रायपुर में 2020 में दिसंबर का न्यूनतम तापमान सबसे कम 21 तारीख को 10.5 डिग्री तक गिरा था। इस साल 20 दिसंबर को 9.5 है।
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