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राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ रोगियों को खोजने के लिए मिशन “3-30” अभियान चलाया जाएगा

दुर्ग । राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ रोगियों को खोजने के लिए मिशन “3-30” अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का शुभारंभ 25 ...



दुर्ग । राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ रोगियों को खोजने के लिए मिशन “3-30” अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का शुभारंभ 25 नवंबर को पाटन ब्लॉक के ग्राम तेलीगुंडरा से किया जाएगा। इसके अंतर्गत कुष्ठ रोगियों की खोज के लिए स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा जिसमें चर्म रोग निदान, बीपी व शुगर सहित मानसिक स्वास्थ्य संबंधित रोगों की जांच की जाएगी।

मेरा ग्राम कुष्ठ मुक्त ग्राम की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से मिशन “3-30” के तहत जिले के 30 हाई रिस्क ग्रामों में सर्वेक्षण कार्य एवं जन जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत धमधा, पाटन व निकुंम ब्लॉक के 30 ग्राम पंचायतों के 10-10 गांव के हाट बाजारों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर चर्मरोग निदान एवं पीओडी कैम्प लगाये जायेंगे। इसके अलावा जिले के 30 हायर सेकेंडरी स्कूलों एवं सभी कॉलेजों में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन कर छात्रों को स्वास्थ्य शिक्षा की जानकारी भी प्रदान की जाएगी।

इस सम्बन्ध में जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया, “कुष्ठ रोगी खोज अभियान को सफल बनाने को पाटन ब्लाक के चिन्हित ग्राम पंचायतों के सरपंच, पंच, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं को जोड़ा जाएगा और उनका सहयोग लिया जाएगा। अभियान के अंतर्गत समुदाय में रोग के संक्रमण को रोकनें के लिए संभावित कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों की पहचान कर उनका एमडीटी दवा से उपचार किया जायेगा। चयनित ग्रामों में पीओडी कैम्प, स्किन कैम्प व सत्यापन शिविर आयोजित कर गांव के प्रत्येक परिवारों के सदस्य के शरीर में दाग व धब्बों की पहचान की जायेगी। डॉ. शुक्ला ने कहा, इस दौरान जनजागरुकता के माध्यम से समाज में व्याप्त भ्रांतियों का समाधान भी किया जाएगा। इस दौरान यह प्रयास रहेगा कि सभी अक्षमता वाले मरीजों की पहचान व पंजीयन कर जी-2-डी दिव्यांगता में कमी लायी जा सके। इसके अतिरिक्त इस दौरान आरसीएस के योग्य मरीजों का आरसीएस ऑपरेशन कराने के पश्चात विकृति मुक्त कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का भी प्रयास रहेगा। डॉ. शुक्ला ने बताया, जिले में वर्ष-2021-22 के दौरान अप्रेल से अक्टूबर तक किए गए सर्वे में 949 संभावितों में से पीबी के 157 और एमबी के 169 सहित कुल 326 नए कुष्ठ मरीज खोजे गए है।“

ग्राम पंचायत के वार्ड स्तर पर बनेगी खोजी टीम

जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. शुक्ला ने बताया, “मिशन “3-30” को सफल बनाने के लिए माइक्रो प्लान तैयार किया गया है। अभियान के दौरान चयनित ग्राम पंचायतों के वार्ड स्तर को ईकाई मानकर स्थानीय पंच एवं मितानिन के द्वारा चर्म रोग से प्रभावित व्यक्तियों की पहचान करने को घर-घर सर्वे किया जाएगा। सर्वेक्षण कार्य के लिए टीमें बनाकर एक दिवस में एक वार्ड को पूर्ण करने का प्रयास किया जाएगा। इस दौरान खोजी दल द्वारा घर के प्रत्येक सदस्यों का परीक्षण कर संभावित मरीज की शरीर में दाग व धब्बों की पहचान करेंगे। सर्वेक्षण से पूर्व ग्राम में कोटवार के माध्यम से मुनादी और पोस्टर पाम्पलेट़स के अलावा दिवाल में नारा लेखन भी किया जाएगा। ग्राम के प्रमुख चौंक चौराहों व हाटबाजारों में अभियान को सफल बनाने को माईकिंग व प्रचार रथ चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत नॉन मेडिकल असिस्टेंट द्वारा अभियान के दौरान रोगी का नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर, उम्र, पता, रोगी के आस-पास घरों के मुखिया का नाम, घरों के सदस्यों की संख्या, परीक्षित व्यक्तियों की संख्या, परीक्षण तिथि, परिणाम आदि का ब्यौरा दर्ज किया जाएगा। इस फॉर्मेट में रोगी स्वस्थ्य, असंक्रामक है या संक्रामक, इसका भी उल्लेख किया जाएगा।“

इन 30 हाई रिस्क वाले गांवों में होगा सर्वे

जिले के ग्राम सिरसा, धौर, मचांदूर, हनोदा, भेंडसार, गनियारी, पीपरछेड़ी, रिशामा, कुठरेल, अरसनारा, पंडार, भरार, मतांग, कुर्मी गुंडरा, बोरिद, अचानकरपुर, छाटा तेलीगुंडरा, पहांदा, भोथली, बीरझापुर, जाटार्घरा, गिरहोला, लहांगा, पथरिया, बंबराद, कनडरका, जांजगिरी, सुरदुंग, डानिया ग्राम को सर्वे के लिए चयनित किया गया है।

इन 30 गावों में लगेगा स्किन जांच शिविर

स्किन जांच शिविर का आयोजन अचानकपुर, गोडपेंडरी, जमराव, मगरघटा, देवरी, रौदा, मोहरेंगा, कोडिया, नंदनी-खुंदीनी, गोढी, नारधा, पंचदेवरी, जरवाय, पुरदा, समोदा, करांजा ,भिलाई, रवेलीडीह, पाउवारा, डूमरडीह, कोटनी, ढाबा, बाराई, अंजोरा, रिशामा, तुलसी, बठेना, खोला, मर्रा, सुरपा, एवं तेलीगुंडरा के हाटबाजारों में किया जाएगा।

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