अंबिकापुर। नवरात्र के पावन अवसर पर सरगुजा जिले के सीतापुर नगर सहित आसपास के क्षेत्रों में नौ दिनों तक भक्तिभाव एवं उल्लास के साथ माँ दुर्ग...
अंबिकापुर। नवरात्र के पावन अवसर पर सरगुजा जिले के सीतापुर नगर सहित आसपास के क्षेत्रों में नौ दिनों तक भक्तिभाव एवं उल्लास के साथ माँ दुर्गा की पूजा-अर्चना के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन धूमधाम से किया गया। नगर के जयस्तंभ चौक गायत्री मंदिर और लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम परिसर में स्थापित माँ दुर्गा की प्रतिमा को विदाई देने हजारों श्रद्धालु उमड़े। भव्य शोभायात्रा गाजे-बाजे, आतिशबाजी और पुष्पवर्षा के बीच निकाली गई, जिसमें आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
शोभायात्रा नगर भ्रमण के बाद केशला मांड नदी पहुँची, जहाँ श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर नम आंखों से माँ दुर्गा को विदा किया। विसर्जन स्थल पर माता की प्रतिमा को विदा करने भारी भीड़ देर शाम तक मौजूद रही।
हालांकि, इस दौरान प्रशासनिक लापरवाही और अव्यवस्था साफ तौर पर नजर आई। विसर्जन स्थल तक जाने वाली सड़क जर्जर होने के कारण श्रद्धालुओं और वाहनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। घाट पर रोशनी की कोई उचित व्यवस्था नहीं होने से अंधेरा छा गया, जिससे कई लोग फिसलकर दुर्घटना का शिकार हो गए। बताया गया कि विसर्जन स्थल पर काई जमा होने से स्थिति और भी खतरनाक हो गई।
स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पिछले वर्षों में नगर पंचायत द्वारा रोशनी और अन्य इंतजाम किए जाते थे, लेकिन इस बार न तो प्रशासन और न ही पंचायत ने जिम्मेदारी निभाई। विसर्जन कार्यक्रम में व्यवस्था की कमी से श्रद्धालुओं में आक्रोश व्याप्त रहा।
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